ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग सातवें दिन और भी अधिक भयावह हो गई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सख्त तेवर अपनाते हुए कहा है कि वे तेहरान से इस हमले की कीमत वसूल करेंगे। नेतन्याहू ने अपने बयान में ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायल किसी भी हाल में अपने नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा और दुश्मन को करारा जवाब दिया जाएगा।
इससे पहले ईरान ने इजरायल के दक्षिणी हिस्से में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर पर मिसाइल हमला किया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। मिसाइल हमले में 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। ईरान की ओर से इस हमले की जिम्मेदारी ली गई है और इसे इजरायल की ओर से हाल ही में किए गए हवाई हमलों का जवाब बताया गया है।
इजरायल ने ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों को बनाया निशाना
ईरान की इस कार्रवाई के बाद इजरायल ने भी जवाबी हमला करते हुए ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने उन ठिकानों को टारगेट किया जो कि रणनीतिक रूप से अहम माने जाते हैं और जहां ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों को संचालित करता है।
ईरान के सैन्य सूत्रों ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें भारी नुकसान हुआ है, हालांकि नुकसान का सही आकलन अभी जारी है। दोनों देशों के बीच यह संघर्ष अब अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक शक्तियां इस युद्ध को रोकने की अपील कर रही हैं, लेकिन जमीन पर हालात हर दिन और बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
इस सात दिवसीय युद्ध ने न केवल पश्चिम एशिया बल्कि पूरी दुनिया में तनाव बढ़ा दिया है। दोनों देशों के बीच जारी यह टकराव अगर इसी तरह जारी रहा, तो यह एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध का रूप भी ले सकता है, जिसका असर वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलेगा।