पाकिस्तान में हाल ही में एक नई अफवाह ने जोर पकड़ा है — क्या सेना प्रमुख असीम मुनीर को हटा दिया गया है? सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरों ने अचानक आग की तरह फैलना शुरू कर दिया है। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि अब नए आर्मी चीफ बनाए जा रहे हैं, और असीम मुनीर अब आर्मी हाउस में नहीं हैं। लेकिन जब इस अफवाह की सच्चाई जानने की कोशिश की गई, तो मालूम चला कि पाकिस्तान सरकार ने खुद इस बात से इनकार कर दिया है और कहा है कि “यह सब फेक न्यूज है।”

तो फिर सवाल उठता है कि ऐसी अफवाहें आखिर आती कहां से हैं? जब अमेरिका में यह खबर फैली कि बाइडेन राष्ट्रपति पद से हट सकते हैं और ट्रम्प की वापसी हो सकती है, तो उसी दौरान पाकिस्तान में भी मुनीर को लेकर खबरें तूल पकड़ने लगीं। क्या यह एक संयोग है? या फिर कोई बड़ा खेल?

भारत की भूमिका और वैश्विक चालबाज़ियां

भारत में जब भी कुछ बड़ा होता है — चाहे वह चंद्रयान-3 हो, जी-20 हो या फिर नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राएं — तब पाकिस्तान में या तो आतंकी घटनाएं होती हैं या फिर सेना प्रमुखों को लेकर बवाल मचता है। क्या ये सब यूं ही होता है? या फिर भारत की बढ़ती ताकत और छवि से कुछ देशों को जलन हो रही है?

पाकिस्तान का इतिहास गवाह है कि जब भी देश की आर्थिक स्थिति बदहाल होती है या फिर सेना पर दबाव बढ़ता है, तो या तो आतंकी घटनाएं करवाई जाती हैं या सेना प्रमुख बदले जाते हैं। लेकिन इस बार बात कुछ और ही है। अमेरिका और पाकिस्तान की नजदीकियों की खबरें भी सामने आ रही हैं। ऐसे में भारत को सतर्क रहना होगा।

भारत की सरकार और जनता को यह समझने की ज़रूरत है कि यह सिर्फ अफवाह नहीं है — यह एक मनोवैज्ञानिक युद्ध है। आज जब भारत विश्व मंच पर मजबूती से खड़ा हो रहा है, तब ऐसे अफवाहों और चालों का सामने आना कोई अचरज की बात नहीं।