जब-जब देश किसी संकट, चुनाव या राष्ट्रीय आपदा से गुज़रा है—एक चेहरा है जो बार-बार गायब पाया गया है। वो चेहरा है राहुल गांधी का। जी हां, वही राहुल गांधी जिन्हें कांग्रेस अपना भविष्य मानती है, लेकिन जो हर गंभीर मौके पर देश की धरती छोड़कर विदेश रवाना हो जाते हैं। इस बार भी, जब अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है, जब लोगों को विपक्ष से संवेदना और नेतृत्व की उम्मीद थी—तब राहुल गांधी एक बार फिर से नदारद हैं।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने X कर दावा किया है कि राहुल गांधी इस समय एक गुप्त, undisclosed विदेश यात्रा पर हैं। सवाल यह है कि जब देश संकट में होता है, तो राहुल गांधी गायब क्यों हो जाते हैं? क्या उन्हें देश की चिंता नहीं है? क्या वे विपक्ष के नेता के रूप में जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं हैं?
लक्ष्मण सिंह का वीडियो कांग्रेस के लिए बना मुसीबत
इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और राहुल गांधी पर दिए गए बयानों के चलते 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। लेकिन लक्ष्मण सिंह के तेवर अभी भी नरम नहीं पड़े हैं। उन्होंने एक 9 मिनट से भी ज्यादा लंबे वीडियो में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है।
गुस्से में आकर उन्होंने कैमरे के सामने ही अपना निष्कासन पत्र फाड़ दिया। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी की भारी किरकिरी हो रही है। एक तरफ राहुल गांधी की अनुपस्थिति ने कांग्रेस को नेतृत्वविहीन बना दिया है, तो दूसरी तरफ पार्टी के भीतर से ही उठ रही आवाजें उसकी साख को और कमजोर कर रही हैं।
राहुल गांधी की यह गुप्त यात्रा कांग्रेस और विपक्ष के राजनीतिक कार्यों पर नकारात्मक असर डाल सकती है। ऐसे समय में जब देश और पार्टी दोनों को एक मजबूत विपक्षी आवाज की जरूरत है, राहुल गांधी की अनुपस्थिति चिंता का विषय है।