ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग अब बेहद भयावह रूप ले चुकी है। इजराइल ने ईरान के रक्षा मुख्यालय पर बड़ा हमला किया है। इस हमले में अब तक ईरान के 215 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इजरायल में भी 10 लोगों की जान गई है। बताया जा रहा है कि इजराइल ने ईरान के 18 प्रांतों को निशाना बनाया है, जिनमें तेल और गैस के डिपो पर भी बमबारी हुई है।
इजरायली वायुसेना द्वारा अब तक 150 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया गया है। ये सभी हमले बीते 40 घंटों से लगातार जारी हैं। ईरान में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इजरायल की सेना ने ईरानी नागरिकों को एक सीधा संदेश दिया है। सैन्य प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर “तत्काल चेतावनी” जारी करते हुए कहा है कि जो भी व्यक्ति हथियार निर्माण केंद्रों या उनसे जुड़े संस्थानों के आसपास हैं, वे तुरंत उन इलाकों को खाली कर दें और अगले आदेश तक वापस न लौटें।
डोनाल्ड ट्रंप की धमकी, ईरान ने किया हमला
इस पूरे घटनाक्रम के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका का ईरान पर हमले से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन अगर ईरान ने अमेरिका पर किसी भी रूप में हमला किया, तो अमेरिका अपनी सैन्य ताकत का उपयोग उस स्तर पर करेगा जो आज तक किसी ने नहीं देखा होगा।
ट्रंप ने साफ शब्दों में लिखा है, “If we are attacked in any way, shape or form by Iran, the full strength and might of the U.S. Armed Forces will come down on you at levels never seen before.” हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ईरान और इजरायल के बीच एक समझौता करवा सकता है और इस खूनी संघर्ष को समाप्त कर सकता है।
इस बयान से यह साफ हो गया है कि अगर ईरान ने अमेरिका के किसी नागरिक या सैन्य ठिकाने पर हमला किया, तो ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका पूरी ताकत से युद्ध में कूद सकता है।
फिलहाल दुनिया की नजरें इस जंग पर टिकी हैं, क्योंकि अगर हालात काबू में नहीं आए तो यह टकराव किसी बड़े वैश्विक युद्ध का रूप भी ले सकता है।