अमेरिका इस समय दो विपरीत तस्वीरों का गवाह बन रहा है—एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप की सरकार अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है, तो दूसरी ओर जनता का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा है। लॉस एंजेलिस सहित कई शहरों में प्रदर्शन तेज हो गए हैं। गाड़ियों को आग के हवाले किया जा रहा है, हिंसा और पत्थरबाज़ी हो रही है। इसी बीच टेस्ला के CEO एलन मस्क का रुख भी बदला नजर आ रहा है। हाल ही में ट्रंप की आलोचना करने वाले मस्क अब कुछ नरम लहजे में बात कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है—क्या यह माफी है, दबाव है या कोई रणनीति?
सख्त ट्रंप, गुस्साई जनता
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया है। अधिकारी कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं और जिनके पास वैध पहचान नहीं है, उन्हें हिरासत में ले रहे हैं। लेकिन इस कदम से जनता में असंतोष फैल गया है। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगह हालात हिंसक हो गए हैं, जिससे ट्रंप सरकार को लॉस एंजेलिस में नेशनल गार्ड्स तैनात करने पड़े। सेना की मौजूदगी के बावजूद प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
मस्क की बदलती जुबान
एलन मस्क ने बीते समय में ट्रंप की नीतियों पर खुलकर सवाल उठाए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर कई तीखे बयान दिए। लेकिन हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “जो हुआ, वो ज़्यादा हो गया।” अब यह स्पष्ट नहीं है कि यह पोस्ट माफीनामा है या हालात को देखते हुए एक सोची-समझी चुप्पी। मस्क की चुप्पी को लेकर अटकलें तेज हैं—क्या वे राजनीतिक दबाव में हैं या भविष्य की किसी योजना को लेकर सतर्क?
अमेरिका इस समय सामाजिक, राजनीतिक और मानवीय स्तर पर एक कठिन दौर से गुजर रहा है। जहां सरकार अवैध प्रवास पर लगाम लगाने की कोशिश में है, वहीं आम जनता अपनी भावनाएं खुलकर जाहिर कर रही है। ऐसे में एलन मस्क जैसे प्रभावशाली लोगों की भूमिका और बयान भी काफी मायने रखते हैं। अब देखना होगा कि यह टकराव किस दिशा में जाता है और आने वाले दिनों में अमेरिका की राजनीतिक तस्वीर कैसी बनती है।