इन दिनों लाल डायरी का जिक्र हैं. अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस पार्टी से निकाले गए मत्री राजेन्द्र गुढ़ा एक लाल डायरी के साथ सदन में दाखिल हुए, जिसमें उन्होंने दावा किया कि इसमें ‘सनसनीखेज डेटा’ है.

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उनका आरोप हैं कि लगभग 50 लोगों ने उनपर पर हमला किया, मुक्का मारा, लात मारी और उनसे लाल डायरी छीन ली गई.

2018 में राजस्थान में सरकार बनने के बाद, 2019 में ED की छापेमारी हुई कांग्रेस नेता धर्मेन्द्र राठौर के घर. उनके घर एक डायरी बरामद हुई. ऐसा माना जा रहा है की इस लाल डायरी में वैभव गहलोत का नाम है जो अशोक गहलोत के बेटे हैं.

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इसमें कांग्रेस की ब्लैक मनी का काचा चिट्ठा है. कांग्रेस का मानना है की राजेंद्र गुढ़ा BJP के एजेंट हैं. और सोचने की बात यह है की राजेंद्र गुढ़ा हाल में कांग्रेस से बर्खास्त मंत्री हैं.

लाल डायरी में गहलोत सरकार के कारनामों का काला चिट्ठा बताया जा रहा है. बीजेपी कह रही हैं कि अशोक गहलोत के काले कारनामों के चिट्ठे वाली लाल डायरी का सच जानना सबका हक है.