कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली स्थित 10 जनपथ का बंगला छोड़ दिया है। विदेश से लौटने के बाद उनका यह अचानक फैसला कई सवालों को जन्म दे रहा है। लंबे समय से राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ इसी बंगले में रह रहे थे। लेकिन अब उन्होंने 10 जनपथ को अलविदा कह दिया है।
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी का अब नया ठिकाना दिल्ली के सुनहरी बाग रोड पर बंगला नंबर पांच होगा। बतौर सांसद और नेता प्रतिपक्ष उन्हें टाइप सात का सरकारी आवास आवंटित किया गया है। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने जा रहा है और उससे पहले राहुल गांधी इस नए बंगले में शिफ्ट हो जाएंगे। हालांकि उन्होंने 10 जनपथ छोड़ने का कारण सार्वजनिक रूप से नहीं बताया है, लेकिन अचानक लिया गया यह निर्णय राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
उड़ीसा में कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी से गरमाई सियासत
इसी बीच उड़ीसा से एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। वहां कई कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिन नेताओं को डिटेन किया गया है, उनमें ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सैयद याशिर नवाज और चार युवा नेता शामिल हैं। खबरों की मानें तो और भी कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस के मुताबिक, इन नेताओं को राजधानी भुवनेश्वर के कैपिटल पुलिस थाने में रखा गया है। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उड़ीसा दौरे से ठीक पहले हुई है, जिससे सियासी माहौल और गर्मा गया है। कांग्रेस का दावा है कि उनके नेताओं को सिर्फ इसलिए हिरासत में लिया गया क्योंकि वे मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे।
विदेश यात्रा से लौटने के बाद राहुल गांधी का 10 जनपथ छोड़ना और उसी समय उड़ीसा में कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी दोनों घटनाएं कांग्रेस के भीतर और बाहर नई हलचलें पैदा कर रही हैं। अब राहुल गांधी का नया राजनीतिक और व्यक्तिगत अध्याय बंगला नंबर 5, सुनहरी बाग रोड से शुरू होगा, वहीं उड़ीसा की घटनाओं से मोदी सरकार और कांग्रेस के बीच टकराव और तेज होता दिख रहा है।