पीएम मोदी ने कांग्रेस के रवैये को ‘हताशा और निराशा से भरा’ करार दिया। उन्होंने कहा, “पिछले कई हफ्तों से विपक्ष पूछ रहा था कि पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ। अब जब जवाब मिला है और आतंकियों को ऑपरेशन महादेव के तहत मार गिराया गया है, तो ठहाके लगाए जा रहे हैं। इन्हें हो क्या गया है?”
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी बन चुकी है जो पाकिस्तान की भाषा बोलती है। उन्होंने कहा, “जब विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और सरकार बार-बार स्पष्ट कर चुके हैं कि कार्रवाई हुई है, तब भी कांग्रेस भरोसा नहीं कर रही। क्या वे पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से चल रहे हैं?”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष के दोहरे रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस लंबे समय तक शासन में रही है, फिर भी उन्हें देश की संस्थाओं पर विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा, “इस देश की एजेंसियों, सेनाओं और कूटनीतिक संस्थानों पर जनता का भरोसा है, पर कांग्रेस को शायद अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती नजर आ रही है।”
चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवालों पर भी प्रधानमंत्री ने सीधे जवाब दिए। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर आतंकी कार्रवाई का जवाब उसी भाषा में दिया जाएगा।
उधर, कांग्रेस के भीतर भी मतभेद उभरते दिखे। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से संसद में बोलने न दिए जाने को लेकर नाराजगी की खबरें पहले ही सामने आ चुकी हैं, जिससे पार्टी की रणनीति पर सवाल खड़े हो गए हैं।
संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब ने एक बार फिर विपक्ष की रणनीति को चुनौती दी है। ऑपरेशन सिंदूर और महादेव पर सरकार के रुख को स्पष्ट करते हुए पीएम मोदी ने देश की सुरक्षा नीति को मजबूती से पेश किया है। आने वाले दिनों में विपक्ष की अगली रणनीति पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।