संसद का स्पेशल सेशन शुरु हो चुका हैं. और इसमें कोई 2 राय नहीं कि इस बार का सेंशन कितना स्पेशल होगा. जिस वजह से मोदी सरकार ने संसद का विषेष सत्र बुलाया हैं. विशेष सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने किसी का नाम लिए बिना विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.

कहा कि ये वक्त रोने धोने का नहीं हैं. पीएम मोदी ने बड़ा संकेत देते हुए कहा कि, ये सत्र छोटा जरूर है, लेकिन समय के हिसाब से बहुत बड़ा है. ऐतिहासिक निर्णयों का ये सत्र है. और जब से पीएम मोदी ने ये बयान दिया हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए ऐतिहासिक फैसले लेने की बात कही. इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि सरकार कौन से ऐतिहासिक बिल ला सकती है, जिससे देश की तस्वीर बदल जाएगी. क्या ये महिला आरक्षण बिल हो सकता है या फिर समान नागरिक संहिता पर सरकार अगला कदम आगे बढ़ा सकती है.

संसद के विशेष सत्र के लिए सरकार ने अब तक जिन एजेंडों को सार्वजनिक किया था, उनको लेकर राजनीतिक गलियारों में कोई विशेष उत्सुकता नहीं देखी जा रही हैं. विपक्ष भी एंजेडे पर चुप हैं. और विपक्ष को संदेह है कि मोदी सरकार कुछ बड़ा धमाका ना कर दे.