संसद के मॉनसून सत्र का तीसरा सप्ताह शुरू होने के साथ ही राष्ट्रीय सूचना रजिस्टर (SIR) को लेकर विपक्ष का हंगामा तेज हो गया है। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी और वेल में उतरने के कारण पहले दो सप्ताह की कार्यवाही बाधित रही। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की विपक्षी नेताओं के साथ बैठक बेनतीजा रही, जिसके बाद सरकार ने विधायी कार्य शुरू करने का फैसला किया। विपक्ष ने 7 अगस्त को इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है, जबकि सरकार ने हंगामे पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
संसद में SIR को लेकर विपक्ष लगातार चर्चा की मांग कर रहा है। विपक्षी सांसदों ने इसे गोपनीयता का उल्लंघन बताते हुए सरकार पर हमला बोला है। लोकसभा में विपक्षी सदस्य वेल में उतरकर नारेबाजी कर रहे हैं, जिसके चलते कार्यवाही बार-बार स्थगित हो रही है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक की, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। सूत्रों के अनुसार, सरकार अब हंगामे के बावजूद विधायी एजेंडा आगे बढ़ाने की तैयारी में है।
सरकार ने विपक्ष के अड़ियल रवैये को देखते हुए रणनीति तैयार की है। संसदीय कार्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि यदि विपक्ष ने आज भी हंगामा जारी रखा, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। सरकार ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कई बार विपक्ष को आमंत्रित किया, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।
विपक्षी इंडिया गठबंधन ने SIR के खिलाफ अपनी रणनीति को और मजबूत करने का फैसला किया है। 7 अगस्त को राहुल गांधी के आवास पर होने वाली बैठक में विपक्ष SIR के विरोध और 8 अगस्त को चुनाव आयोग तक प्रस्तावित मार्च पर चर्चा करेगा। विपक्ष का दावा है कि SIR नागरिकों की निजता पर हमला है, जबकि सरकार इसे राष्ट्रीय हित में जरूरी बता रही है।
संसद में आज का दिन निर्णायक हो सकता है। सरकार और विपक्ष की रणनीतियों के बीच टकराव बढ़ रहा है, और हंगामे पर सख्त कार्रवाई की संभावना ने माहौल को और गर्म कर दिया है। आज की कार्यवाही भारतीय राजनीति में नया मोड़ ला सकती है।