विपक्ष 3 बड़े मुद्दो पर बंट चुका हैं. मणिपुर,नूंह हिंसा और दिल्ली सेवा बिल . ये ऐसे 3 बड़े मुद्दे हैं जिससे विपक्ष में ही फूट पड़ गई हैं.

sonia kejriwal

बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान दे दिया उन्होंने कहा कि मोदी और शाह को रोकने के लिए विपक्षी पार्टियां एक साथ आई हैं. एकजुट होना और इनको रोकना जरूरी है, मजबूरी है.

राहुल गाँधी द्वारा पिछले सत्र में बेतुके मुद्दे उठाये गए. शरद पवार ने उन्हें उस समय भी बोला की यह मुद्दे चुनाव में ठीक लगते हैं पर संसद में नहीं.

विपक्ष जानता है की लोक सभा में PM मोदी को हराना मुमकिन नहीं है. और राज्य सभा में भी कुछ कदम उठाता दिख नहीं रहा विपक्ष. विपक्ष ने न YSRCP के जगम मोहन रेड्डी को और न BJD के नवीन पटनायक को मानाने की कोशिश की जिसके बाद वह बीजेपी के समर्थन में आगये. खबर यह भी है की TDP ने भी बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया है.

विपक्ष नुह हिंसा में अभी तक खामोश है. अरविन्द केजरीवाल जो सबसे पहले ऐसी घटनाओं पर बोलते हैं अभी तक चुप हैं.