विपक्षी मोर्चे के बैंगलोर में हुई अपने बैठक में अपना नाम INDIA(Indian National Developmental Inclusive Alliance).  इसकी चर्चा बड़े-बड़े पत्रकार दिल्ली में कर रहे हैं. लेकिन गौर करने कि बात यह है कि 2024 कि पूरी लड़ाई INDIA vs हिंदुस्तान कि है.

इंडिया का जो विचार है उसमे धर्म नहीं है, विचार नहीं हैं, हिंदुत्व नहीं है, संस्कार नहीं है. उसमे वेद भी नहीं हैं और न राम है और न कृष्ण. उसमे कोई नहीं है. उसमे सिर्फ कांग्रेस पार्टी है और कांग्रेस का परिवारवाद है. INDIA एक ऐसा नाम रखा गया है जिसको सभी विपक्षी पार्टियाँ अपने अपने हिसाब से देख रही हैं. नाम तो PFI (Popular Front of India) का भी है, जो पहले SIMI (Student’s Islamic Movement of India) के नाम से आतंकवादी गतिविधियाँ करते थे. कांग्रेस द्वारा बैन किये जाने के बाद SIMI ने अपना नाम बदल कर PFI किया और अपने आप को राष्ट्रवादी बताने लग गए.

opposition meeting

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इस मीटिंग के बाद फैसला लिया गया कि एक समिति का गठन होगा जिसमे 11 लोग होंगे. हालांकि गौर करने कि बात यह है कि 26 पार्टी वाले इस विपक्षी मोर्चे में सिर्फ 11 लोगो कि समिति बन रही है. कौन-कौन इस समिति का हिस्सा होगा यह देखने कि बात होगी. पिछली बार कि प्रेस कांफ्रेंस में अरविन्द केजरीवाल नहीं थे, और इस बार न नितीश कुमार नज़र आये और न ही लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव. मीटिंग के अन्दर सीताराम यचूरी ने कहा कि वामपंथी बंगाल में TMC के खिलाफ लड़ेगी और केंद्र के TMC के साथ, केरल में कांग्रेस के खिलाफ लड़ेगी और केंद्र में साथ. विपक्षी एकता में फूट पहले से ही दिखाई देती नज़र आ रही है. मीटिंग में कांग्रेस पार्टी का यह भी फैसला था कि नेतृत्व में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं.

मीटिंग का निष्कर्ष

  1. विपक्षी एकता का ढोंग करने वालो ने मोदी के आगे अपने हतियार डाल दिया. अपने-अपने राज्यों में न जीत पाने वाली पार्टियाँ अब एक साथ आकर यह स्वीकार कर रही है कि यह साथ भी मोदी को नहीं हराया जा सकता.
  2. इस INDIA का फुल फॉर्म है, इस्लामिस्ट्स नक्सल द्य्नास्टिक इम्मोरल अल्लैंस (Islamist, naxal, dynastic, immoral, alliance).