ये हड़कंप मचाया है उद्धव सरकार के काबिल अफसरों की एक घंटे तक चली गुफ्तगू ने जैसे ही यह खबर सामने आई कि सचिन वाझे और परमबीर सिंह ने एक केबिन में बैठकर करीब घंटे भर बातचीत की है. मुंबई पुलिस हरकत में आ गई और आख़िर कैसे इन लोगों ने मुलाक़ात की इसे जानने के लिए पुलिस की एक टीम चांदीवाल कमीशन जा पहुंची और ये जानना चाहा कि इस तरह से मिलने के लिए क्या उन्हें कोई इजाज़त थी? अगर इजाज़त नहीं थी इसके बावजूद मिले हैं तो इस पर मुंबई पुलिस जांच करें. तो ये जांच का सिलसिला जारी है. जांच पे जांच बिठाने वाली महाराष्ट्र सरकार इतनी जांचे कर क्यों रही है. सवाल ये है कि किस बात का डर सरकार को सता रहा है और सबसे बडी बात इस मुलाकात का असर सबसे ज्यादा पड़ रहा है अनिल देशमुख पर.परमबीर सिंह और निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, न्यायमूर्ति के यू चांदीवाल आयोग के एक अधिकारी ने पुष्टि की. अधिकारी ने कहा कि न तो उनके द्वारा आयोग को कोई आवेदन किया गया था और न ही आयोग द्वारा ऐसा कोई आदेश पारित किया गया था. हालांकि, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वेज़ वकील ने कहा कि उक्त बैठक के लिए अनुमति प्राप्त की गई थी.क्या है पूरी कहानी.जानने के लिए देखें ये वीडियो –