दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर 24 सरकारी अस्पतालों में 5,590 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच तेज़ कर दी गई है। इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और पूर्व स्वास्थ्य सचिव अमित जैन के खिलाफ गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं सूत्रों का दावा है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली से बाहर हैं।

मामला दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कथित घोटाले से जुड़ा है, जहां 24 अस्पतालों में वित्तीय अनियमितताओं और भारी भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि अस्पतालों में मशीनों की खरीद, निर्माण कार्य, उपकरणों की आपूर्ति और ठेके के नाम पर भारी गड़बड़ियां की गई हैं। यह घोटाला 2020 से 2023 के बीच का बताया जा रहा है।

गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद दिल्ली की एंटी करप्शन ब्रांच (ACB), आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और CBI ने मिलकर इस घोटाले की जांच शुरू की है। दस्तावेजों की पड़ताल में यह भी पाया गया है कि कई परियोजनाओं के लिए आवंटित धन का उपयोग किए बिना ही बिल बनाए गए। कुछ मामलों में एक ही काम के लिए बार-बार भुगतान दिखाया गया।

स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज पर आरोप है कि उन्होंने बतौर विभागीय प्रमुख इन सभी फाइलों को मंजूरी दी थी। वहीं पूर्व स्वास्थ्य सचिव अमित जैन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। सूत्रों के अनुसार, दोनों को जल्द ही पूछताछ के लिए समन किया जा सकता है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो गिरफ्तारी की कार्रवाई भी संभव है।

आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है और कहा है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी ने कहा कि भाजपा, दिल्ली सरकार की जनहित योजनाओं को बाधित करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, एजेंसियों का कहना है कि यह जांच प्रारंभिक साक्ष्यों और दस्तावेज़ी प्रमाणों के आधार पर की जा रही है। आने वाले दिनों में मामले में और बड़े नामों के सामने आने की संभावना जताई जा रही है। इस घोटाले की जांच दिल्ली की राजनीति में नए मोड़ ला सकती है।