अमेरिका की राजनीति इन दिनों बेहद तनावपूर्ण माहौल में है। कभी “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” का नारा लगाने वाले डोनाल्ड ट्रंप आज राजनीतिक, कानूनी और सामाजिक संकटों के बीच फंसे हुए हैं। लॉस एंजेलिस की सड़कों पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुके हैं, जिससे अमेरिका में एक बार फिर भारी अशांति का माहौल बन गया है। ट्रंप ने इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए नेशनल गार्ड की तैनाती की है, लेकिन उनकी कड़क प्रतिक्रिया और सख्त बयान देश की स्थिति को और जटिल बना रहे हैं।

अमेरिका में बढ़ती हिंसा और प्रदर्शन

लॉस एंजेलिस में अवैध प्रवासियों के खिलाफ चलाए गए छापों के विरोध में शुरू हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन अब हिंसक हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, आंसू गैस और मिर्च बॉल्स का इस्तेमाल किया गया। हिंसा ने पूरे अमेरिका में तनाव बढ़ा दिया है, जहां विभिन्न समुदाय अपने-अपने तरीके से अपनी आवाज़ उठा रहे हैं। इस स्थिति में ट्रंप प्रशासन ने 2,000 से अधिक नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात कर स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया है, लेकिन यह कदम विवादास्पद भी साबित हो रहा है।

ट्रंप की कानूनी और राजनीतिक चुनौतियां

डोनाल्ड ट्रंप कई गंभीर कानूनी मामलों में घिरे हुए हैं। चुनावी धांधली, झूठे दस्तावेज़ पेश करने और कैपिटल हिल पर हिंसा भड़काने के आरोपों के साथ अब इमिग्रेशन विवाद ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। ट्रंप के “हम मारते हैं” जैसे बयान ने देश की राजनीति में एक नई ज्वलंत बहस छेड़ दी है। उनकी इस सख्त नीति ने कई वर्गों में असंतोष और विभाजन को जन्म दिया है, जिससे अमेरिकी समाज में गहरी खाई बनी है।

इस पूरी राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल के बीच ट्रंप की छवि को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे फिर से अपने मजबूत राजनीतिक प्रभाव को बहाल कर पाएंगे या अमेरिका में उनके लिए मुश्किलें और बढ़ेंगी।